पटियाला: खन्ना-मालेरकोटला रोड स्थित गांव सीहां दौद से अपहृत बच्चा भवकीरत सिंह को पुलिस ने 24 घंटे के अंदर ही नाभा रोड स्थित मंडौड़ इलाके से बरामद कर लिया। बच्चे की बरामदगी के दौरान पुलिस ने मुठभेड़ में एक अपहर्ता ढेर कर दिया। पुलिस ने मौके पर दो अपहरणकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया। अपहरणकर्ताओं से हुई मुठभेड़ में सिपाही रूपिंदर सिंह, होमगार्ड जवान शिवजी गिरी व बलजिंदर सिंह जख्मी हुए हैं। मरने वाले अपहर्ता की पहचान गांव सीहां दौद के ही रहने वाले अपहरण के मास्टरमाइंड जसप्रीत सिंह के रूप में हुई है। पकड़े गए आरोपितों की पहचान अमरगढ़ के रहने वाले हरप्रीत सिंह व रवि भिंडर के रूप में हुई है। जांच के दौरान अपहरणकर्ताओं की लोकेशन भादसों व नाभा रोड की मिली तो एसएसपी पटियाला डा. नानक सिंह, एसपी वैभव चौधरी, एसएसपी खन्ना डा.ज्योति यादव की टीम ने पूरी रात आरोपितों को पकड़ने के लिए प्लानिंग की।
पटियाला रेंज के डीआईजी मनदीप सिंह सिद्धू ने मीडिया को बताया कि 12 मार्च की शाम को सीहां दौद गांव के रहने वाले किसान व कमीशन एजेंट का काम करने वाले गुरजंट सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम पर शिकायत दी थी कि उनके सात साल के पहली कक्षा में पढ़ने वाले पोते भवकीरत सिंह का किसी ने अपहरण कर लिया है। उसे छुड़वाने के लिए एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी है। भवकीरत का अपहरण उस समय किया गया जब वह घर के बाहर खेल रहा था। इस पर पुलिस टीम ने जब जांच शुरू की तो सीसीटीवी कैमरे की फुटेज में बाइक पर दो लोग बच्चे को किडनैप कर ले जाते दिखाई दिए। वीरवार को बाद दोपहर मंडौड़ गांव के पास आरोपित जसप्रीत सिंह फार्च्यूनर गाड़ी में बच्चे को बिठा लिया और दो आरोपित बाइक पर सवार होकर अलग-अलग दिशा में जाने ही लगे थे कि सीआइए पटियाला इंचार्ज इंस्पेक्टर शमिंदर सिंह, स्पेशल सेल राजपुरा इंचार्ज हैरी बोपाराय, स्पेशल सेल पटियाला इंचार्ज हरजिंदर सिंह ढिल्लों के अलावा अन्य पुलिस मुलाजिमों की टीम ने इन्हें घेर लिया। इस दौरान आरोपित जसप्रीत ने पुलिस टीम पर फायरिंग शुरू कर दी। इससे एक पुलिस कर्मचारी व दो होमगार्ड जवान घायल हो गए। जवाबी फायरिंग में जसप्रीत की मौके पर ही मौत हो गई जबकि हरप्रीत और रवि भिंडर को टीम ने काबू कर लिया। पुलिस ने मौके से 32 बोर की एक पिस्तौल बरामद की है।
पुलिस की ओर से बच्चे को सही सलामत बचाने के बाद कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा देर शाम गांव सीहां दौद पहुंचे। उन्होंने अपहृत भवकीरत सिंह को खुद उसके माता-पिता को सौंपा। इस दौरान चीमा ने साफ किया कि ऐसे घिनौने अपराधों को अंजाम देने वालों का इसी तरह से एनकाउंटर होता रहेगा। डीआईजी सिद्धू ने कहा कि बच्चे को सुरक्षित बचाने व अपहरणकर्ताओं को पकड़ने वाली पुलिस टीम को दस लाख रुपये इनाम देने के साथ ही उनकी पदोन्नति भी की जाएगी।