दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद आज अरविंद केजरीवाल जंतर-मंतर पर जनता की अदालत में पहुंचे हैं। अरविंद केजरीवाल जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने अपनी जिंदगी में केवल इज्जत कमाई है। मैं देश बदलने के लिए आया हूं, मैं कुछ गलत करने नहीं आया। आज जब मैंने इस्तीफा दे दिया है, तो कुछ दिन में मैं मुख्यमंत्री आवास खाली कर दूंगा। मैंने इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि मैं भ्रष्टाचार करने नहीं आया था, मुझे सत्ता का लालच, सीएम की कुर्सी की भूख नहीं है। केजरीवाल ने कहा कि मैं पैसे कमाने नहीं आया, पैसे कमाने होते तो वह इनकम टैक्स की नौकरी करते हुये करोड़ो रुपए कमा लेते। हम तो सिर्फ देश के लिए आए थे।
अरविंद केजरीवाल ने कहा हमें चुनौती दी गई, कि चुनाव लड़ लो। साल 2013 में ईमानदारी से चुनाव लड़े। उस समय कुछ लोग तो कह रहे थे, इनकी जमानत जब्त हो जायेगी। लेकिन पहली बार में ही आपने हमारी सरकार बना दी। सरकार बनने के बाद दिल्ली में बिजली, पानी, बस यात्रा फ्री, बच्चों की शिक्षा सब को फ्री कर दिया। भाजपा को लगा कि अरविंद केजरीवाल को भ्रष्टाचारी घोषित कर दो। उन्होंने हमारे पार्टी के बड़े नेताओं को जेल में डाल दिया। केजरीवाल ने कहा कि जैसे ही नवरात्र आएंगे मैं घर छोड़ दूंगा। आप में से किसी के घर ही आ कर रहूंगा।
अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मुझे सबसे कठिन कानून पीएमएलए एक्ट के तहत फंसाया गया है। लोगों द्वारा बताया गया कि यह सब अभी बहुत लंबा चलेगा। तब मैंने यह सोचा कि मैं जनता की अदालत में ही जाऊंगा। मैं भ्रष्टाचार के दाग के साथ जी ही नहीं सकता। आने वाले चुनाव एक अग्नि परीक्षा है। अगर आपको लगता है कि केजरीवाल ईमानदार है, तो केजरीवाल को वोट देना। इस अवसर पर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिश, मनीष सिसोदिया, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज, संगठन मंत्री संदीप पाठक, विधानसभा उपाध्यक्ष राखी बिड़ला, विधायक दुर्गेश पाठक, दिलीप पांडे के अलावा कई नेता भी पहुंचे हैं।