मोहाली: पंजाब में नशा तस्करों पर नकेल डालने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान अपना सख्त रुख अपनाये हुये है। पुलिस प्रशासन मिली गुप्त सुचना के आधार पर जगह जगह छापेमारी कर रही है। जबसे पंजाब में आम आदमी पार्टी ने सत्ता संभाली है तभी से कई नशा तस्करों को पकड़ कर जेल भेजा जा चुका है। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पंजाब मुख्यमंत्री के आदेश पर विशेष टीमों का गठन किया गया है। जिसके तहत घर घर की तलाशी ली जा रही है। इसी के चलते पंजाब को नशा मुक्त बनाने की प्रतिबद्धता दोहराते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बुधवार को मोहाली में एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) का नया कार्यालय पंजाब की जनता को समर्पित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने एंटी नारकोटिक्स हेल्पलाइन नंबर और वाट्सएप चैटबाट भी लांच किया। मुख्यमंत्री मान ने मीडिया से बात करते हुये कहा कि राज्य सरकार ने मौजूदा स्पेशल टास्क फोर्स को बदलकर ‘एपेक्स स्टेट लेवल ड्रग ला एनफोर्समेंट यूनिट’ को एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (एएनटीएफ) बना दिया है। यह सेल सोहाना पुलिस स्टेशन की दूसरी मंजिल पर काम करेगा। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में 90 लाख रुपये की लागत से भवन का नवीनीकरण किया गया है। राज्य में अब नशा तस्करों पर करारा प्रहार किया जाएगा। अब बड़ी से बड़ी मछलियां भी नहीं बच पायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल ही में 379 ड्रग तस्करों की 173 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की गई है। आगे की कार्रवाई जारी है। मुख्यमंत्री मान ने यह भी बताया कि पंजाब में नशे के अवैध कारोबार को रोकने के चलते एएनटीएफ कर्मियों की मौजूदा संख्या को 400 से बढ़ाकर 861 किया जा रहा है। ये नई भर्तियां पुलिस विभाग के लिए आने वाली 10,000 नई रिक्तियों का हिस्सा होंगी।