नई दिल्लीः चंद्रमा पर पहुंचने वाले देशों में अभी तक भारत सहित अमेरिका, रूस और चीन ने चांद तक अपना यह मिशन पूरा किया है। दुनिया के देश चंद्रमा के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानना चाहते है। भारत ने 23 अगस्त को अपना चंद्रयान-3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा था। दक्षिणी ध्रुव चंद्रमा की सतह पर एक ऐसा क्षेत्र है, जहां भारत से पहले कोई नहीं पहुंचा था। जापान 20 जनवरी 2024 को देर रात चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग सफलतापूर्वक पूरा करने वाला विश्व का पांचवां देश बन गया है। चंद्रमा पर पहुंचने के लिए इन देशों के मिशन से जुड़े लोगों ने दिन रात कड़ी मेहनत की। अभी भी चंद्रमा में छिपे रहस्यों को जानने की कोशिशें जारी है। हाल ही में मंगलवार को चीन का ल्यूनर प्रोब माड्यूल चांग ई-6 चंद्रमा के सुदूर भाग से पहली बार नमूने एकत्र कर धरती पर वापिस लौट आया। अब मौजूदा समय में चीन एकमात्र ऐसा देश बन गया है, जो चंद्रमा के सुदूर हिस्से पर पहुंचा। बताया जाता है कि बड़े गड्ढों के कारण चंद्रमा के इस सुदूर हिस्से में पहुंचना काफी चुनौतीपूर्ण है। चांग ई-6 चंद्रमा के सुदूर भाग तक पहुंचने और वहां से नमूने एकत्र करने वाला पहला अंतरिक्षयान है। चीन का यह मिशन पूरी तरह सफल रहा। चीन ने चांग ई-6 को इस साल तीन मई को लांच किया गया था। चीन ने मीडिया को बताया चांग ई-6 ने चंद्रमा के सुदूर भाग से लगभग दो किलोग्राम चंद्र धूल और चट्टानें एकत्र कर सुरक्षित पृथ्वी पर लौटने में सफलता हासिल की है। अब आगे एकत्र किये गए इन नमूनों पर शोधकर्ता अपना शोध कर जानकारी हासिल करेंगे।