मोहाली: मोहाली में पुलिस की रेड में मंगलवार को एक फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश हुआ। फर्जी कॉल सेंटर में यूएसए के रहने वाले लोगों को पे-पॉल अकाउंट में अवैध ट्राजेक्शन करने का डर देखाकर करोड़ों रुपये की ठगी मारी जा रही थी। यह फर्जी कॉल सेंटर वेबटैप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम से चलाया रहा था।
पुलिस ने इस फर्जी कॉल सेंटर पर कार्रवाई के दौरान करीब 37 लोगों को गिरफ्तार किया है। फर्जी कॉल सेंटर से गिरफ्तार किये लोगों में 25 लड़के व 12 लड़कियां शामिल हैं। जिनको काम के हिसाब से 12 से 30 हजार रुपये वेतन मिलता था। पता चला है कि फर्जी कॉल सेंटर का सरगना गुजरात में बैठ कर लोगों से ठगी मार रहा है। उसने देश के अलग अलग इलाकों में अपने कई फर्जी कॉल सेंटर खोल रखे है। इस सबके चलते मोहाली पुलिस ने गुजरात पुलिस से भी संपर्क किया है और ठगी के इस सरगना को पकड़ने के लिए तलाश शुरू कर दी है।
जानकारी के अनुसार मोहाली पुलिस को इस फर्जी कॉलसेंटर की इनपुट मिले थे। जिसके बाद पुलिस द्वारा कॉलसेंटर पर रेड करने के लिए टीम का गठन किया गया। पुलिस ने कैलाश टावर की पहली मंजिल पर वेबटैप प्राइवेट लिमिटेड कपंनी द्वारा चलाये जा रहे इस फर्जी कॉलसेंटर पर रेड की। इस दौरान पुलिस ने मौके से 45 लैपटाप, 45 हैडफोन माइक, 59 मोबाइल फोन बरामद किये। इसके आलावा पुलिस को एक दिल्ली नंबर मर्सडीज कार बरामद हुई। इस फर्जी कॉलसेंटर में रेड के दौरान सेंटर में मौजूद मुख्या, मैनेजर सहित करीब 37 लोगों को हिरासत में ले लिया। पुलिस के अनुसार फर्जी कॉलसेंटर में काम करने वाले हर कर्मचारी की अलग अलग प्रोफाइल थी। कॉलसेंटर में किसी कर्मचारी को कॉल करने का काम दिया गया था। किसी कर्मचारी को बैंकर्स बनकर सामने वाले से बात करनी होती थी और कोई बैंक ब्रांच का अधिकारी बन कर बात करता था। बताया जा रहा कि फर्जी कॉलसेंटर के जरिये विदेशों में रहने वाले लोगों से ठगी करने वाला मुख्य सरगना गुजरात में बैठा है। उसने मोहाली के आलावा कई जगहों पर ऐसे फर्जी कॉलसेंटर खोल रखे है। इस मामले में मोहाली पुलिस ने गुजरात पुलिस से संपर्क कर एक टीम मोहाली से रवाना कर दी है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ फेज-1 थाने में आईपीसी की धारा 406, 420, 120 व आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।