जयपुर: देश में नशीले पदार्थों का कारोबार बढ़ता जा रहा है। वहीं भारत सरकार नशा माफिया को खत्म करने के लिए ठोस कदम उठा रही है। देश के अलग अलग इलाकों में ड्रग की खेप भी पकड़ी जाती है। अवैध नशे के कारोबार जुड़े लोगों को गिरफ्तार भी किया जाता है। जैसे जैसे समय बदल रहा है उसी तरह नशा बेचने वाले अपना तरीका बदल रहे है। देश में नशा फैलाने और सप्लाई चेन को बनाये रखने के लिए नशा माफिया ने फैक्ट्रियों में अवैध नशा तैयार करना शुरू कर दिया है। इसका खुलासा हाल ही में नारकोटिक्स ब्यूरो (एनसीबी) द्वारा राजस्थान और गुजरात की फैक्ट्रियों में मारी गई छापामारी से होता है। नारकोटिक्स ब्यूरो ने देश में नशा माफिया के खिलाफ बिशेष अभियान चला रखा है। इसी अभियान के चलते राजस्थान और गुजरात की फैक्ट्रियों में छापे मारे गए। इस छापामारी में टीम को ड्रग बनाने के कई सबूत मिले।
हाल ही में नारकोटिक्स ब्यूरो (एनसीबी) के संयुक्त निदेशक घनश्याम सोनी ने मीडिया को बताया कि ऑपरेशन प्रयोगशाला के तहत एनसीबी, दिल्ली, राजस्थान पुलिस और गुजरात एटीएस की टीमों ने मिलकर अभियान चलाया था। इस अभियान के तहत 27 अप्रैल को गुजरात के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की गई। इसी के साथ टीम ने राजस्थान में भीनमाल व ओंसिया में दबिश की, यहां पर ड्रग की फैक्ट्री व लैब का खुलासा किया था। टीम ने इन जगहों पर कच्चा माल, तैयार ड्रग और कई उपकरण बरामद किए हैं। टीम को मौके पर ड्रग बनाने के सबूत मिले हैं। इस मामले में राजस्थान व गुजरात के अब तक 13 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। बताया जा रहा है कि ड्रग्स के कारोबार का मास्टरमाइंड जगदीश बिश्नोई फरार है। जगदीश की तलाशी के लिए टीम गठित की गई है। इसी के साथ टीम ने अवैध एमडी ड्रग की फैक्ट्री और एक अवैध लैब पर छापा मारकर जिन उपकरणों को बरामद किया, उनकी जांच की जा रही है। कई सबूत एकत्रित किए गए है। वहां से मिले कच्चा माल, तैयार ड्रग के सैंपल को भी गुजरात भेजा गया है।