कोलकाता: सीबीआई, बम निरोधक दस्ते, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG), केंद्रीय अर्धसैनिक बलों और पश्चिम बंगाल पुलिस की टीम ने उत्तर 24 परगना जिले में सुंदरबन के किनारे एक गांव में छापेमारी की। छापेमारी पश्चिम बंगाल समेत देश के कई राज्यों में लोकसभा चुनाव-2024 के तहत दूसरे चरण के लिए वोटिंग के दौरान की गई। पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी के दौरान एक पुलिस रिवॉल्वर और विदेश निर्मित आग्नेयास्त्रों सहित भारी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद किया। तलाशी के दौरान सीबीआइ को कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज, शाहजहां के पहचान पत्र, कारतूसों का बिल (कोलकाता की दुकान से खरीदा गया था) भी मिले हैं। जहां से हथियारों के साथ बरामद हुए बमों को डिफ्यूज करने के लिए नेशनल सिक्योरिटी गार्ड्स (एनएसजी) की बम स्क्वायड टीम को लगाया गया।
संदेशखाली में कई स्थानों पर तलाशी अभियान के दौरान CBI के प्रवक्ता ने मीडिया को बताया, ”इस मामले की जांच के दौरान एक गुप्त सूचना प्राप्त हुई कि ईडी की टीम से खोया हुआ सामान और अन्य चीजें उत्तर 24 परगना के संदेशखाली में शेख के एक करीबी के घर में छिपाकर रखी गयी हों। इसके बाद सीबीआई की टीम ने सीआरपीएफ कर्मियों के साथ मिलकर संदेशखाली में कई ठिकानों पर छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि छापेमारी के दौरान सीबीआई ने विदेश निर्मित तीन रिवॉल्वर व एक पिस्तौल, भारत निर्मित एक रिवॉल्वर, एक पुलिस रिवॉल्वर, एक देसी तमंचा, प्वाइंट 45 कैलिबर के 50 कारतूस, नौ मिमी के 120 कारतूस, प्वाइंट 380 कैलिबर के 50 कारतूस और प्वांइट 32 कैलिबर के 8 कारतूस बरामद हुए। जानकारी के मुताबिक विस्फोटकों का पता लगाने के लिए अपने साथ एक बम स्कैनिंग उपकरण भी लाए गए थे। बंगाल के संदेशखाली में एक घर से तलाशी के दौरान विदेशी हथियारों और भारी मात्रा में बमों की बरामदगी की घटना में सीबीआइ को शाहजहां शेख के अंतरराष्ट्रीय हथियार तस्करी गिरोह से संबंध होने का संदेह है।
इस मामले में तृणमूल ने चुनाव के दौरान तलाशी को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है। दूसरी तरफ आयोग ने हथियारों की बरामदगी मामले में सीबीआई से रिपोर्ट मांगी है।
यह तलाशी अभियान तृणमूल कांग्रेस के नेता रहे शाहजहां शेख के समर्थकों द्वारा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम पर हमला किए जाने की घटना से जुड़ा है। ईडी टीम पर पांच जनवरी को संदेशखाली में उस समय हमला किया गया था जब वे राशन घोटाले के सिलसिले में शेख के परिसर पर छापा मारने गए थे। शेख को फरवरी में पश्चिम बंगाल पुलिस ने गिरफ्तार किया था। लगभग हजार लोगों की भीड़ के हमले में ईडी के तीन अधिकारी घायल हो गए थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद, पश्चिम बंगाल पुलिस ने उनकी हिरासत को सीबीआई को स्थानांतरित कर दिया। आपको यह भी बता दें कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में शेख शाहजहां पर कई महिलाओं ने यौन हिंसा और जमीन हड़पने के आरोप भी लगाये।
भारी मात्रा में हथियारों के बारामदगी पर बंगाल बीजेपी के सह प्रभारी और पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर पोस्ट कर ममता बनर्जी से कई सवाल पूछे। उन्होंने लिखा, “ईडी अधिकारियों पर हमले के सिलसिले में छापेमारी के दौरान सीबीआई ने संदेशखाली के सरबेरिया से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। पश्चिम बंगाल की गृह मंत्री के रूप में ममता बनर्जी को यह बताना चाहिए कि राज्य में अवैध हथियारों का इतना बड़ा भंडार क्यों है? यह खतरनाक है।”