दिल्ली: आकर्षक नौकरियों की आड़ में युवाओं को रूस-यूक्रेन युद्ध में भेजने के नाम पर बड़े नेटवर्क का सीबीआई ने भंडाफोड़ किया है. सीबीआई ने मानव तस्करी नेटवर्क का भंडाफोड़ किया है. भारतीय विदेश मंत्रालय (एमईए) के हस्ताक्षेप के बाद रूसी सेना में सहायक स्टाफ के रूप में काम करने वाले लगभग 20 भारतीयों को ‘जल्द छोड़ने’ का वादा किया है. वहीं इस मामले में अब नया खुलासा हुआ है. इसको लेकर सीबीआई की दिल्ली, तिरुवनंतपुरम, मुंबई, अंबाला, चंडीगढ़, मदुरै और चेन्नई में छापेमारी जारी है.
सीबीआई ने विभिन्न वीजा कंसल्टेंसी फर्मों और एजेंटों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. विभिन्न स्थानों पर पूछताछ के लिए कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है. वहीं अब तक पीड़ितों को विदेश भेजे जाने के लगभग 35 मामले सामने आ चुके हैं.
A. मेसर्स एडवेंचर वीजा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, चंडीगढ़, पंजाब
B. बाबा व्लॉग्स ओवरसीज रिक्रूटमेंट सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड, दुबई
C. मेसर्स 24×7 आरएएस ओवरसीज फाउंडेशन, केजी मार्ग, नई दिल्ली
D. मेसर्स ओएसडी ब्रोस ट्रेवल्स एंड वीजा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड, मुंबई
वहीं यूक्रेन के खिलाफ रूस की लड़ाई में धोखे से शामिल होने वाले एक भारतीय की हत्या कर दी गई है. 6 मार्च को एक्स पर एक पोस्ट में मॉस्को में भारतीय दूतावास ने हैदराबाद के मोहम्मद असफान की मौत की पुष्टि की है, लेकिन इसका कारण नहीं बताया. दूतावास ने पोस्ट में कहा है कि हमें एक भारतीय नागरिक मोहम्मद असफान की दुखद मौत के बारे में पता चला है. हम परिवार और रूसी अधिकारियों के संपर्क में हैं. उनके पार्थिव शरीर को भारत भेजने का प्रयास कर रहे हैं.