नई दिल्ली: वैसे देश के लोगों ने कई बार दिल्ली के उपराज्यपाल और दिल्ली सरकार आपसी तनातनी देखी हैं। कई मुद्दों को लेकर दिल्ली के एलजी और मुख्यमंत्री आमने – सामने आते रहते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मीडिया में आकर उपराज्यपाल वीके सक्सेना पर काम ना करने देने की बात कर चुके हैं। मौजूदा समय में दिल्ली के ज्यादातर इलाके पीने के पानी की किल्लत झेल रहे हैं। हांलाकि दिल्ली सीएम केजरीवाल हर घर में नल से स्वच्छ पानी देने का वायदा करते रहते हैं। आज कई इलाकों में क्या महिलाएं, क्या बच्चे और क्या बुजुर्ग सभी अपनी जान जोखिम में डाल कर एक एक बाल्टी पानी के लिए टैंकरों के पीछे भागते आम दिखाई दे जाते हैं। हर किसी की यहीं कोशिश होती है बस किसी भी तरह अपने साथ पीने का पानी घर ले जाये। इस दौरान लाइनों में लगे लोगों में झगड़े भी हो जाते हैं। आज के दिनों में भीषण गर्मी भी दिल्ली को तपा रही हैं, जिसके कारण यह समस्या गंभीर रूप धारण कर चुकी हैं।
दिल्ली के लोगों की नाराजगी को देखते हुए कहा गया कि हरियाणा की तरफ से पानी नहीं दिया जा रहा, जिस कारण दिल्ली में पानी की समस्या हैं। इसके बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से पानी को लेकर दिल्ली सरकार का गैर जिम्मेदाराना रवैया देखने को मिल रहा है। हरियाणा और उत्तर प्रदेश लगातार अपने निर्धारित कोटे का पानी दिल्ली को दे रहे हैं। इस सब के बावजूद, दिल्ली में पानी की कमी है। दिल्ली में 40 प्रतिशत पानी सप्लाई के दौरान खराब हो चुकी पाइप लाइनों की वजह से बर्बाद हो जाता है। उन्होंने बताया कि पिछले 10 सालों में दिल्ली सरकार द्वारा हजारों करोड़ रुपये खर्च किए जाने के बावजूद भी न तो पुरानी पाइप लाइनों की मरम्मत हो सकी।