टूरिस्ट वीजा पर रूस पहुंचे युवक धोखे से बेलारूस भेज दिए गए, जहां से उन्हें जबरन रूसी सेना में भर्ती कर यूक्रेन के खिलाफ जंग लड़ने को मजबूर किया जा रहा है। इन युवकों के परिजनों ने केंद्र और पंजाब सरकार से उन्हें बचाने की गुहार लगाई है।

गुरदासपुर के सीमावर्ती कस्बा दीनानगर के गांव अवांखा निवासी रवनीत सिंह और गांव जंडे निवासी विक्रम सिंह कुछ महीने पहले करीब 11 लाख रुपये खर्च कर रूस गए थे। वहां से एजेंट उन्हें धोखे से बेलारूस ले गया। रूस के टूरिस्ट वीजा होने के कारण उन्हें बेलारूस पुलिस ने पकड़ लिया और रूसी सेना के हवाले कर दिया। परिवार का कहना है कि इसके बाद उन्हें जबरन रूसी सेना में शामिल कर लिया गया और अब यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने का दबाव डाला जा रहा है।
रवनीत सिंह की बहन नवदीप कौर और मां कुलवंत कौर ने बताया कि कुछ दिन पहले उनके बेटे का फोन आया था कि वे बेलारूस में पकड़े गए हैं और उन्हें जबरन रूस की सेना में शामिल कर लिया गया है। अब उन्हें जंग में यूक्रेन भेजने की तैयारी की जा रही है। ट्विटर पर इसे लेकर पीड़ितों ने वीडियो भी डाला है।