नई दिल्ली, मनमोहन सिंह: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान हरमीत सिंह कालका द्वारा शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर के प्रधान स. हरजिंदर सिंह धामी को एक पत्र राही नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी और उनके साथ शहीद हुए अन्य सिख भाई भाई मती दास जी, भाई सती दास जी और भाई दयाला जी के “350 साला शहादत दिवस” को एकजुट होकर मनाने के उद्यम करने के लिए नम्रता पूर्वक बेनती की गई है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि सम्पूर्ण सिख पंथ नवें पातशाह श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी का “350 साला शहादत दिवस” बड़े ही श्रद्धा और सम्मान के साथ मना रहा है। हरमीत सिंह कालका ने कहा कि लेकिन कुछ पंथक एकजुटता को देखते हुए इस महान 350 साला शहादत को अलग-अलग मनाने की कोशिशें शुरू हो गई हैं।
उन्होंने पत्र में कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बेनती करती है कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा इस “350 साला शहादत दिवस” को दिल्ली में मनाया जाए। उन्होंने पत्र में बताया कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर को बड़े भाई की तरह इन समारोहों में पूर्ण सम्मान और सहयोग दिया जाएगा। उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी सभी प्रोग्राम शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी श्री अमृतसर की अगुवाई में करवाएगी और छोटे भाई का फर्ज निभाते हुए पूरा सम्मान और सहयोग करेगी।
उन्होंने प्रधान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के ध्यान में लाया कि गुरु तेग बहादुर साहिब जी और उनके साथ शहीद हुए तीन सिखों की शहादत को एकजुट होकर गुरुद्वारा सीसगंज साहिब, दिल्ली में मनाने के लिए एक विशेष बैठक 2 अप्रैल 2025 को कॉन्फ्रेंस हॉल, गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में की गई थी। जिसमें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से स. गुरचरण सिंह ग्रेवाल, हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी से स. भूपिंदर सिंह असंध, तख्त श्री हजूर साहिब से भाई सरबजीत सिंह जी और भारत की अन्य महत्वपूर्ण संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल हुए थे और पंथक रिवायत अनुसार दिल्ली में एकजुट होकर शहीदी समारोह करने का निर्णय लिया गया था।
स. हरमीत सिंह कालका ने कहा कि इन शहीदी समारोहों को एकजुट होकर मनाना हमारे आपसी प्यार और पंथक एकजुटता को दर्शाएगा। कालका ने कहा कि साहिब श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी द्वारा मानवता और हिंदू धर्म की रक्षा के लिए दी गई यह लाजवाब शहादत का संदेश हमें बड़े स्तर पर घर-घर तक पहुँचाने का प्रयास करना चाहिए।
हरमीत सिंह कालका ने कहा कि इतिहास गवाह है कि खालसा पंथ के 300 साला निर्माण दिवस को साल 1999 में सम्पूर्ण खालसा पंथ ने एकजुटता के साथ बड़े सम्मान और धूमधाम से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रबंधन में तख्त श्री केसगढ़ साहिब में मनाया था। श्री गुरु अंगद देव जी का 400 साला प्रकाश गुरपुरब श्री खडूर साहिब में सभी संस्थाओं ने एकजुट होकर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सहयोग करते हुए मनाया। सिख धर्म के बानी श्री गुरु नानक देव जी का 550 साला प्रकाश गुरपुरब भी सभी सिख संस्थाओं ने मिलकर सुल्तानपुर लोदी में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का सहयोग करते हुए मनाया। तख्त श्री हरिमंदिर जी, पटना साहिब में जनवरी 2017 में दसवें पातशाह गुरु गोबिंद सिंह जी का 350वां प्रकाश गुरपुरब भी पटना साहिब की प्रबंधक कमेटी का सहयोग करते हुए मनाया गया। अक्टूबर 2008 में गुरु ग्रंथ साहिब गुरुता गद्दी की तीसरी शताब्दी समारोह तख्त श्री हजूर साहिब में सम्पूर्ण पंथ द्वारा सहयोग करते हुए तख्त श्री हजूर साहिब की कमेटी की सरण में मनाए गए। यह रिवायत पहले से चलती आ रही है कि शताब्दी या अर्ध-शताब्दी समारोह संपूर्ण कौम और पंथक संस्थाएं मिलकर संबंधित स्थान पर मनाती आ रही हैं। कालका ने कहा कि अलग-अलग प्रोग्राम करके नई प्रथा नहीं डाली जानी चाहिए।