कल ही पंजाब सरकार द्वारा इंजीनियर रविंदर सिंह सैनी को पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन का सदस्य 5 वर्षों की अवधि के लिए नियुक्त किया गया है।
इंजीनियर रविंदर सिंह सैनी का जन्म 1 जुलाई, 1965 को नई दिल्ली में सरदार अजमेर सिंह और स्वर्गीय श्रीमती मोहन कौर के घर हुआ। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा खालसा स्कूल, लाजपत नगर (नई दिल्ली) और सरकारी मॉडल स्कूल, विवेक विहार (नई दिल्ली) से प्राप्त की। उन्होंने बी.एस.सी. मैकेनिकल इंजीनियरिंग (ऑनर्स) की डिग्री 1986 में रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज, राउरकेला (वर्तमान में एनआईटी) से प्राप्त की।
उन्होंने 6 मई, 1987 को पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (पूर्व में पंजाब स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड) में सहायक इंजीनियर के रूप में अपनी सेवा की शुरुआत की और समय के साथ इंजीनियर-इन-चीफ के स्तर तक पहुंचे। 1 मार्च 2023 से 28 मार्च 2025 तक उन्होंने पीएसपीसीएल में डायरेक्टर कमर्शियल और डायरेक्टर एचआर जैसे महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाई।
पंजाब में उपभोक्ताओं को निर्बाध और टिकाऊ बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए, उन्होंने तकनीकी और गैर-तकनीकी श्रेणियों में योग्य और शिक्षित युवाओं को योग्यता के आधार पर 5704 नौकरियाँ प्रदान करवाईं। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर उपभोक्ताओं के लिए समय-समय पर उपभोक्ता हितैषी योजनाएं भी चलाई गईं।
उनकी इन जनहितकारी सेवाओं को देखते हुए पंजाब सरकार ने उन्हें आगामी 5 वर्षों के लिए महत्वपूर्ण पदभार सौंपने का निर्णय लिया। उन्होंने लगभग 38 वर्षों तक पीएसईबी/पीएसपीसीएल में सेवा दी है।
इस अवधि में उन्होंने 36 वर्ष पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं की सेवा में समर्पित किए, जिनमें उन्होंने संचालन, व्यापार, उत्पादन, प्रवर्तन और तकनीकी लेखा परीक्षा जैसे विविध विभागों में कार्य किया। उन्होंने रूपनगर और लालड़ू में एग्जीक्यूटिव इंजीनियर, मोहाली में टेक्निकल ऑडिट, खन्ना व मोहाली में डिवीजनल इंजीनियर, साउथ जोन डिस्ट्रिब्यूशन के मुख्य अभियंता, तकनीकी जांच और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख अभियंता के रूप में सेवाएं दीं।
60 वर्ष की आयु में 38 वर्ष पावर सेक्टर को समर्पित कर, उन्होंने राज्य के करोड़ों उपभोक्ताओं को सस्ती, टिकाऊ और निर्बाध बिजली आपूर्ति देने में अतुलनीय योगदान दिया।
इंजीनियर रविंदर सिंह सैनी एक दूरदर्शी और प्रभावशाली प्रशासक के रूप में पहचाने जाते हैं, क्योंकि वे उपभोक्ताओं को समय पर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए पूर्व योजना के तहत सभी आवश्यक इंतजाम करते हैं।
खरीफ और गर्मियों के मौसम में, 14 लाख से अधिक विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं को सतत बिजली आपूर्ति के लिए पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा आवश्यक बुनियादी ढांचे और संसाधनों की समय पर व्यवस्था उन्हीं की रणनीति का हिस्सा रही है। वर्ष 2022, 2023, 2024 और 2025 की मौसमी परिस्थितियाँ उनके सुदृढ़ प्रबंधन का साक्ष्य हैं।
लेखक पिछले 15 वर्षों से अधिक समय से इंजीनियर सैनी के संपर्क में हैं और उनके उपभोक्ताओं के प्रति समर्पण और कार्यशैली को निकटता से देखा है।
28 फरवरी 2023 को लेखक के तत्कालीन उप सचिव श्री हरप्रीत सिंह औलख द्वारा वीआरएस लेने के पश्चात, लेखक ने जनसंपर्क विभाग में 7 वर्षों से अधिक सेवा की। 2 मार्च की सुबह जब लेखक ने डायरेक्टर कमर्शियल सैनी साहब को ब्रिफिंग दी और अपनी पदोन्नति के लिए डीपीसी की सिफारिश की, तो उन्होंने आश्वस्त किया कि “मनमोहन सिंह, आज ही आप उप सचिव का आदेश लेकर घर जाओगे” — और शाम 5 बजे लेखक को उप सचिव पद पर नियुक्ति का आदेश प्राप्त हो गया।
मोहाली जिला, जहां बिना किसी विशेष योजना के पिछले 15 वर्षों में तीव्र विकास हुआ है, वहां बिजली विकास में इंजीनियर सैनी का योगदान अत्यंत अहम रहा है।
पंजाब में स्मार्ट मीटर की शुरुआत मोहाली से ही हुई, जिससे उपभोक्ता अब अपने मोबाइल पर रोजाना खपत की निगरानी, बिलों का भुगतान और बिजली संबंधी शिकायतें दर्ज कर सकते हैं।
उन्होंने पीएसपीसीएल द्वारा जीवीके पावर से थर्मल प्लांट की रणनीतिक खरीद में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिसके चलते पंजाब सरकार ने एक निजी कंपनी से थर्मल प्लांट खरीदकर नया इतिहास रच दिया।

मनमोहन सिंह
जनसंपर्क विशेषज्ञ
उप सचिव जनसंपर्क (सेवानिवृत्त)
पंजाब स्टेट पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड
फोन: 8437725172