चंडीगढ़: मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जालंधर में ड्राइविंग लाइसेंस से जुड़ा घोटाले के मामले में कार्रवाई करने में हुई लापरवाही के कारण विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख एसपीएस परमार को निलंबित कर दिया है। इसी मामले में एआईजी फ्लाइंग स्क्वायड स्वर्णदीप सिंह व एसएसपी विजिलेंस जालंधर हरप्रीत सिंह मंडेर भी निलंबित कर दिए गए हैं। इसके साथ ही एडीजीपी इंटेलिजेंस प्रवीण कुमार सिन्हा को विजिलेंस का चार्ज सौंपा गया है।
जानकारी के मुताबिक जालंधर में ट्रांसपोर्ट विभाग में भ्रष्टाचार की बड़ी संख्या में शिकायतों को देखते हुए पिछले दिनों जालंधर के आरटीओ कार्यालय, ऑटोमेटिड ड्राइविंग टेस्ट सेंटर व कामन सर्विस सेंटर पर विजिलेंस ब्यूरो के प्रमुख एसपीएस परमार, एआईजी फ्लाइंग स्क्वायड स्वर्णदीप सिंह व एसएसपी विजिलेंस जालंधर हरप्रीत सिंह मंडेर ने छापामारी की थी। इस बारे में हुई जांच से पता चला कि लोगों ने बिना उचित टेस्ट दिए अपने ड्राइविंग लाइसेंस बनवाए हैं। बिना टेस्ट दिए या किसी और को खड़ा करके टेस्ट देने के कई मामले भी उजागर हुए। मामले में केवल एक आरोपित विजय की गिरफ्तारी की गई थी। तब विजिलेंस की कार्रवाई निजी कारिंदों तक ही सीमित रही थी जबकि इस अवैध गतिविधि में आरटीओ अधिकारी, बिचौलिए व आवेदकों का एक समूह मिलकर काम कर रहा था।