किसी भी क्षेत्र में सेवा उपभोक्ता को तभी प्रदान की जा सकती है जब वह सेवा उपलब्ध हो, लेकिन बिजली क्षेत्र में यह सबसे अलग है। बिजली क्षेत्र की पूरी व्यवस्था बिजली उत्पादन पर निर्भर है। बिजली उत्पादन बिजली क्षेत्र की रीढ़ की हड्डी है।
बिजली उत्पादन के बाद, उपभोक्ताओं तक बिजली पहुँचाने के लिए अगले चरण में ट्रांसमिशन क्षेत्र का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है। ट्रांसमिशन के बाद संचारण (डिस्ट्रीब्यूशन) क्षेत्र का सबसे बड़ा योगदान होता है, क्योंकि इसका बिजली उपभोक्ताओं से सीधा और निकट संबंध होता है।
संचारण क्षेत्र का बिजली उपभोक्ताओं से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की सकारात्मक छवि को दर्शाने और मजबूत करने में अत्यंत महत्वपूर्ण योगदान है, क्योंकि संचारण क्षेत्र ही उपभोक्ताओं के संपर्क में आता है। उपभोक्ता का संचारण कार्यालयों में होने वाला काम और अधिकारियों/कर्मचारियों का व्यवहार पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड की छवि को प्रभावित करता है। इसलिए पावरकॉम के संचारण क्षेत्र में सेवाएं देने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों की जिम्मेदारी है कि वे उपभोक्ताओं के जायज काम प्राथमिकता के आधार पर करें। पावरकॉम की सकारात्मक छवि को और मजबूत करने और उपभोक्ताओं में भरोसा बढ़ाने के लिए संचारण क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। बिजली आपूर्ति और अन्य समस्याओं के तत्काल समाधान के लिए संचारण क्षेत्र लगातार प्रयासरत रहता है।
मेरा पावरकॉम के साथ 34 वर्षों से अधिक का निकट संबंध रहा है। जन संपर्क विभाग में 33 वर्ष 2 महीने की सेवा के दौरान मैं प्रतिदिन कम से कम 2 से 5 नए उपभोक्ताओं से मिलता और फोन पर संपर्क में रहता रहा। इस दौरान मुझे यह अनुभव हुआ कि उपभोक्ताओं को बिजली उत्पादन और ट्रांसमिशन प्रणाली की जानकारी या रुचि बहुत कम होती है, जबकि बिजली व्यवस्था का आधार ही यह है।
बिजली उपभोक्ता केवल अपने कनेक्शन, सप्लाई, बिल भुगतान और मीटर संबंधी कार्यों तक सीमित होते हैं। वर्तमान में पावरकॉम पंजाब में एक करोड़ अठ लाख से अधिक विभिन्न श्रेणियों के उपभोक्ताओं के परिसर को रोशन करते हुए पंजाब की आर्थिक मजबूती और सर्वांगीण विकास में भागीदार है।
पावरकॉम का संचारण क्षेत्र उपभोक्ताओं को सब-डिवीजन कार्यालयों व ऑनलाइन डिजिटल सेवाओं के माध्यम से बिजली कनेक्शन प्रदान करता है। साथ ही उपभोक्ताओं को उनके लोड और खपत के अनुसार बिल प्रदान करता है, बिल की होम डिलीवरी करता है, और ऑनलाइन भुगतान की सुविधा देता है। इसके अतिरिक्त उपभोक्ताओं को स्थायी व निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करता है।
बिजली आपूर्ति के अलावा बिलिंग, मीटरिंग और संरचना के रखरखाव, अपग्रेडेशन व आवश्यक सुधार शामिल हैं। बिजली चोरी पर नियंत्रण के लिए राज्यभर में गुप्त सूचना के आधार पर छापेमारी की जाती है और नियमानुसार कार्रवाई की जाती है।
पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड के दक्षिण संचारण जोन के मुख्य इंजीनियर इंज. रतन मित्तल के अनुसार, पावरकॉम राज्य में उपभोक्ताओं को 5 जोन, 21 सर्कल, 104 डिवीजन और 498 सब-डिवीजन कार्यालयों के माध्यम से स्थायी और निर्बाध बिजली आपूर्ति कर रहा है।
दक्षिण जोन के अंतर्गत पटियाला, संगरूर, बरनाला, रूपनगर और मोहाली सर्कल आते हैं। उत्तर जोन के अंतर्गत जालंधर, कपूरथला, नवांशहर और होशियारपुर सर्कल हैं। केंद्रीय जोन के तहत खन्ना, लुधियाना सिटी, लुधियाना ईस्ट और लुधियाना वेस्ट सर्कल हैं। बॉर्डर जोन में अमृतसर सिटी, अमृतसर ग्रामीण, तरनतारन और गुरदासपुर सर्कल हैं। पश्चिम जोन में बठिंडा, फिरोजपुर, श्री मुक्तसर साहिब और फरीदकोट सर्कल शामिल हैं।
मुख्य इंजीनियर इंज. रतन मित्तल ने पंजाब के बिजली उपभोक्ताओं से अपील की है कि यदि कहीं बिजली की तारें ढीली या नीची हैं या कहीं आग/स्पार्किंग हो रही हो तो निकटवर्ती सब-डिवीजन कार्यालय/शिकायत केंद्र और कंट्रोल रूम नंबर 96461-06835, 96461-06836 और 1912 पर तुरंत सूचना दें। व्हाट्सएप नंबर 96461-06835 पर ढीली या नीची तारों, आग/स्पार्किंग की तस्वीरें और लोकेशन भेजें, ताकि समय पर कार्यवाही की जा सके।
उन्होंने किसानों से अपील की है कि ट्रांसफार्मर के आसपास की एक मरला गेहूं पहले ही काट लें और 10 मीटर का घेरा गीला रखें, ताकि कोई चिंगारी गिरने से आग लगने से बचा जा सके। साथ ही रात को कंबाइन हार्वेस्टर का प्रयोग न करें।
पावरकॉम ने उपभोक्ताओं की शिकायतों के लिए फोन नंबर 1912, SMS, कॉल और व्हाट्सएप नंबर 9646101912 जारी किए हैं। 104 नोडल शिकायत केंद्र बनाए गए हैं, जहाँ उपभोक्ता 1912 पर टोल-फ्री कॉल, SMS या व्हाट्सएप से शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। इसके लिए 9000 से अधिक समर्पित अधिकारी/कर्मचारी 24 घंटे सेवाएं दे रहे हैं। मुख्य कार्यालय पटियाला सहित 5 जोनल स्तर पर कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं। शिकायत दर्ज करने के लिए उपभोक्ताओं के लिए एक मोबाइल ऐप (एंड्रॉइड और iOS) भी उपलब्ध है। उपभोक्ता 1800-180-1512 पर मिस्ड कॉल से भी शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
हर साल गर्मी और धान की बुआई के मौसम में 14 लाख कृषि ट्यूबवेल उपभोक्ताओं को 8 घंटे बिजली और अन्य उपभोक्ताओं को बिना कटौती के बिजली देना किसी ओलंपिक मुकाबले से कम नहीं होता। इसके अलावा किसानों की फसलों को आग से बचाने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं।

मनमोहन सिंह
उप सचिव जनसंपर्क (सेवानिवृत्त) पावरकॉम
फोन: 8437725172