राजौरी: नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने कठुआ में आतंकी हमले में भारतीय सेना के पांच जवानों के बलिदान होने की घटना पर दुख प्रकट किया। इस घटना के बाद फारूक अब्दुल्ला पाकिस्तान से काफी नाराज दिखाई दिए। अब्दुल्ला ने कहा कि रियासी के शिवखोड़ी में आखिर श्रद्धालुओं का क्या कसूर था कि जो उनका कत्ल किया गया। वह तो अपने ईश्वर की प्रार्थना करने के लिए जा रहे थे। कभी किसी ने सोचा, ऐसी घटनाओं से भारतीय मुसलमानों पर क्या प्रभाव प्रभाव पड़ता है। उन्होंने कहा कि हम भारतीय मुसलमान है, हम ने अपने भारत देश के लिए कुर्बानियां दी हैं और आगे भी भविष्य में देश पर बलिदान होने के लिए तैयार है। फारूक अब्दुल्ला ने पाकिस्तान पर तीखा हमला करते हुए कहा कि वह मुसलमानो का मसीहा बन रहा है। कुरान में कहां लिखा है, बेगुनाह लोगों का कत्ल करो। यह सब बातें मंगलवार को पुंछ इलाके में पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही। इस दौरान फारूक अब्दुल्ला ने जोर दार शब्दों में कहा कि बातचीत तभी होगी जब आतंकवाद रुकेगा। बातचीत और आतंकवाद दोनों एक साथ नहीं चल सकती। पहले देश का बंटवारा और अब आतंकवाद। यह सब सहन नहीं किया जा सकता। उन्होंने देश में आतंकी घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि ऐसी घटनाओं से कभी भी बॉर्डर पर हालात नहीं बदल सकते। फारूक अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि कहीं यह स्थिति दोनों देशों के बीच युद्ध के हालात उत्पन्न न कर दे।