नई दिल्ली: हाल ही में देश में लोकसभा चुनाव हुए है। भारत में तीसरी बार एनडीए गठबंधन ने जीत हासिल करते हुए अपनी सरकार बना ली है। इसी लोकसभा चुनावों में पंजाब की खडूर साहिब सीट से खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह ने आजाद उम्मीदवार के रूप में जीत हासिल की। अमृतपाल सिंह ने यह लोकसभा चुनाव जेल में बंद होते हुए लड़ा था। असम की डिब्रूगढ़ जेल में बंद अमृतपाल सिंह अभी तक सासंद पद की शपथ नहीं ले पाया था। खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह को असम की डिब्रूगढ़ जेल से पैरोल पर बाहर लाया गया। खडूर साहिब सांसद अमृतपाल सिंह को असम से ही हवाई विमान के जरिये नई दिल्ली लाया गया। यहां पर नई दिल्ली में खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल ने लोकसभा सदस्य के रूप में स्पीकर ओम बिरला के समक्ष सांसद पद की शपथ ली। जेल से पैरोल अवधि के दौरान अमृतपाल पर कई तरह की पाबंदियां लगी हुई हैं। खालिस्तानी समर्थक और सांसद अमृतपाल सिंह को किसी भी तरीके के बयान देने पर पाबंदी है। अमृतपाल को अपने परिवार से मिलने की इजाजत जरूर दी गई है, लेकिन इस दौरान किसी भी तरीके की वीडियो बनाना या फोटो खिंचवाने पर पाबंदी होगी। खडूर साहिब से सांसद अमृतपाल सिंंह को 5 जून से 9 जून तक की पैरोल मिली है। इस दौरान वह पंजाब और अपनी लोकसभा सीट खडूर साहिब नहीं जा सकेगा। सांसद अमृतपाल सिंंह को दिल्ली में ही रहना पड़ेगा। दिल्ली में ही उसके रहने का प्रबंध किया गया है।