नई दिल्लीः भारत देश के अंदर हाल ही में फिलिस्तीनी झंडा लहराने के मामले बढ़ने लगे है। देश के कुछ इलाकों में फिलिस्तीनी झंडा लहराने की खबरें पढ़ने को मिलती रहती है। हलांकि ऐसे मामलों में कार्रवाई भी होती है। ऐसे मामले बढ़ना बहुत ही चिंताजनक है। शरारती तत्वों द्वारा फिलिस्तीनी झंडा लहराने व आपत्तिजनक नारों वाले वीडिओ वकायदा तौर पर सोशल मीडिया के अलग अलग प्लेटफार्म में वायरल करवाया जाता है। यह सब सोची समझी साजिश के तहत किया जाता है। इसके पीछे ऐसे शरारती तत्वों का एक ही मकसद होता है कि किसी भी तरह लोगों में तनाव पैदा किया जा सके। देश की सुरक्षा और शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए ऐसी आपत्तिजनक गतिविधियों को रोका जाना अति जरुरी है। देश के युवाओं को भी शरारती तत्वों से बचना चाहिये।
अभी हाल ही में बिहार और झारखंड राज्यों के इलाके में फिलिस्तीनी झंडा लहराने के मामले सामने आये है। बुधवार को बिहार के बेतिया इलाके में मुहर्रम जुलूस के दौरान फिलिस्तीनी झंडा लहराने और नारे लगाने का सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ था। वीडियो वायरल को पुलिस ने गंभीरता से लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली। मामले में नौ नामजद सहित 100 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसी मामले की जांच के चलते पुलिस ने छापामारी कर पूर्व पार्षद सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को मुहर्रम जुलूस के दौरान शिकारपुर थाना क्षेत्र के नरकटियागंज नगर में शरारती तत्वों द्वारा फिलिस्तीनी झंडा लहराते हुए फिलिस्तीन जिंदाबाद के नारे लगाए गए थे। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में लिया। दो लोगों को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। जबकि अन्य तीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। पुलिस इस बारे में गहनता से हर बिंदु पर जांच कर रही है। इसी तरह बुधवार को झारखंड के दुमका जिले में भी मुहर्रम जुलूस के दौरान फलस्तीनी झंडा लहराने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें मुहर्रम के जुलूस के दौरान कुछ युवक कथित तौर पर फलस्तीनी झंडे लहराते हुए दिखाई दे रहे थे। मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने फलस्तीनी झंडा लहराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। इसी मामले में एक अन्य व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया है। स्थानीय पुलिस मामले की सच्चाई जानने के लिए गंभीरता से आगे की जांच कर रही है।