लुधियाना/खन्ना: पंजाब में नशा बेचने वाले माफिया से जुड़ी खबरें आये दिन सुनने को मिल जाती है। नशा माफिया का जाल धीरे धीरे बढ़ता ही जा रहा है। हलांकि पंजाब पुलिस ने भी नशा माफिया को जड़ से खत्म करने के लिए अभियान छेड़ रखा है। कई बार पुलिस की कारवाई में भारी मात्रा में नशा पकड़ा जाता है। पुलिस की नशा विरोधी कारवाई की हर कोई तारीफ भी करता है, लेकिन कुछेक घटना सवाल खड़े कर देती है। ऐसा ही एक मामला लुधियाना के खन्ना इलाके में देखने को मिला, यहां एक पुलिस कर्मी ने अपने दो साथियों के साथ मिल कर एक व्यक्ति को जबरदस्ती गाड़ी बैठाया और बाद में नशा बेचने के झूठे आरोप लगाते हुए उससे मारपीट की। नशे के मामले में फंसाने की धमकी देते हुए उक्त व्यक्ति से तीस हजार रूपये लेकर छोड़ दिया। थाना कूमकलां पुलिस ने मामला दर्ज कर पुलिस कर्मी और उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया है। तीसरे साथी की तलाश की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार कोट गंगू राय के रहने वाले सोम प्रकाश ने पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराई थी। सोम प्रकाश ने अपनी शिकायत में बताया कि वह रात के समय गांव कोटगंगू राय में था, उसी समय स्विफ्ट कार में सवार तीन नौजवान उसके पास आए। उन्होंने अपने आपको सीआईए स्टाफ दोराहा के मुलाजिम बताते हुए, उसे गालियां देनी शुरू कर दी। जिसके चलते तीनों ने उस पर नशा बेचने का आरोप लगाते हुए, उसे अपनी कार में बैठा लिया। सोम प्रकाश के मुताबिक तीनों आरोपियों ने गांव घुलाल के नजदीक कार रोक दी और उससे मारपीट करने लगे। तीनों ने कहा कि वह नशा बेचता है और उस पर नशा बेचने का मामला दर्ज करवाएंगे। सोम प्रकाश ने मुताबिक कि तीनों आरोपियों ने उस पर नशा बेचने का मामला दर्ज करने के बारे में कहते हुए धमकाया। उसने इस सबसे बचने के लिए अपने किसी पहचान वाले से 30 हजार रुपये मंगवा कर तीनों आरोपियों को दिए, तब जाकर उन्होंने उसे छोड़ा।
सोम प्रकाश की शिकायत पर थाना कूमकलां की पुलिस ने खन्ना पुलिस में बतौर हेड कांस्टेबल तैनात जगदीश (गांव बहिसाल कलां), सतनाम सिंह(गांव जस्सोवाल) और मंदीप सिंह के खिलाफ अपहरण के साथ साथ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। जानकारी के अनुसार पुलिस ने आरोपी जगदीश और सतनाम को गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया। अदालत ने दोनों को दो दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। जबकि पुलिस आरोपियों का तीसरे साथी मंदीप की तलाश कर रही है।