शिमला: हिमाचल प्रदेश में नशा तस्करों ने अपना नेटवर्क फैला रखा है। शहरों के साथ-साथ अब चिट्टा तस्करों ने जनजातीय क्षेत्रों तक अपना जाल बिछा लिया है।हिमाचल प्रसाशन भी नशे के कारोबार को खत्म करने के लिए शिंकजा कसता जा रहा है। अब हिमाचल पुलिस विभाग प्रदेश व बाहरी राज्यों के गिरफ्तार चिट्टा तस्करों की संपत्तियों और बैंक खातों को खंगाल रही है। प्रदेश सरकार ने नशा तस्करों के खिलाफ सख्ती से निपटने के लिए दिशा निर्देश कर रखे है। आचार संहिता से लेकर अब तक नशीले पदार्थों के 40 से ज्यादा मामले दर्ज हो चुके हैं। पुलिस विभाग ने हिमाचल के साथ लगती सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। जानकारी के मुताबिक बीते 3 वर्षों में हिमाचल प्रदेश में चिट्टे के साथ 4,445 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया हैं। प्रदेश में साल 2023 में नशे के खिलाफ चल रही कारवाई के तहत करीब 1,574 केस दर्ज किये गए थे। इसमें 2,136 पुरुष के अलावा 79 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार पकडे गए आरोपियों से पूछताछ में पता चला है कि हिमाचल प्रदेश में पाकिस्तान और अफगानिस्तान से चिट्टा का नशा आ रहा है। नशे के अवैध कारोबार को नाइजीरियन मूल के लोग बढ़ावा देने में सक्रिय हैं। चिट्टे के नशे का कारोबार रोकने के लिए मुख्य सचिव और उपायुक्तों की अध्यक्षता में कमेटियां भी बनाई गई हैं। हिमाचल प्रदेश के पुलिस उच्च अधिकारियों का कहना है कि विभाग लगातार चिट्टा तस्करों को बेनकाब कर रहा है। इसी के चलते बाहरी राज्यों से भी कई गिरफ्तारियां की गई हैं। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) ओंकार शर्मा ने मीडिया को बताया कि किसी भी हाल में चिट्टा तस्करों को बक्शा नहीं जा रहा है। नशे के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों की संपत्तियों और बैंक खातों को खंगाला जा रहा है। हिमाचल की सभी साथ लगती सीमाओं पर अतिरिक्त पुलिस बल तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं।